अनहैप्पी ही रह जाता है मेरा बेटा खाकर हैप्पी मील उसे नहीं पता हमें आना पड़ता है छोड़कर अपना गाँव- देस अपने - अपने मम्मी- पापा इतना दूर कई हजार मील ताकि उसे मिलते रहे हैप्पी मील उसे नहीं मालूम शहर के भीतर और शहर के पार कितने बच्चे नहीं जानते हैं यह हैप्पी मील उन्हें मालूम है सिर्फ मिड डे मील माल का फूडकोर्ट नहीं उसके लिये वे जाते हैं स्कूल
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