दीवार/2
जब कभी कुछ बोलना होता है
हम उन्हें दीवार पर लिख भाग जाते हैं
दीवार के पीछे
लिखकर भागना बड़ी सुविधा है
दीवार ही दे सकती है
मनुष्य की भीड़ नहीं
दीवार की
अपनी कोई बात नहीं होती
वह बोलती है वही जो उस पर लिखते हैं
समय-समय पर हम सब
लिखते - लिखते कभी नहीं भरती दीवार
इसलिए कभी नहीं थकती वह
बोलते - बोलते
दीवार नहीं,
हम बोलते हैं दरअसल
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