छाँड़हु आपन पद - कद - आसन, छेड़हु हास - ठिठोली।
रंग, अबीर, गुलाल उड़ावहु, हेरहु आपन टोली,
पीटहु ढोल - मंजीरा, गावहु बिगड़ल राग अबोली।
पीसहु भांग- धतूरा - मिसरी ठूँसहु स्वीट भंगोली,
धरती छोड़ हवा में खैंचहुँ ऊँचा उड़न खटोली।
मुफ्त उड़ावहु मालपुआ, धरु खीर जठर की झोली,
छप्पन ईंच उघाड़हुँ सीना, पहिरहु कसमस चोली।
निकसहुँ बाहर, देखहुँ मंजर, छाँड़हु अपनी खोली।
दूरदास के संग बैठ अब कबतक ह्वै बकलोली।
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